क्या आप जानते है? पटना उच्च न्यायालय की स्थापना (Patna High Court Establishment)


पटना उच्च न्यायालय की स्थापना (Patna High Court Establishment)

पटना उच्च न्यायालय, बिहार राज्य का प्रमुख न्यायालय है। इसकी स्थापना 3 फरवरी, 1916 को हुई थी। ब्रिटिश शासन के दौरान, बिहार और उड़ीसा (वर्तमान में ओडिशा) प्रांत का गठन किया गया और पटना को इसकी राजधानी बनाया गया। इसी के तहत पटना उच्च न्यायालय की स्थापना की गई।

पटना उच्च न्यायालय का इतिहास (History of Patna High Court)

पटना उच्च न्यायालय की स्थापना का मुख्य उद्देश्य बिहार और उड़ीसा के न्यायिक मामलों का संचालन करना था। इसकी स्थापना के समय, लॉर्ड हार्डिंगे भारत के वायसराय थे और सर एडवर्ड अल्बर्ट गेट्स, जो एक प्रसिद्ध न्यायविद थे, पटना उच्च न्यायालय के पहले मुख्य न्यायाधीश बने।

न्यायालय की संरचना (Patna High Court Architecture)

पटना उच्च न्यायालय का भवन एक ऐतिहासिक और वास्तुकला की दृष्टि से महत्वपूर्ण संरचना है। इसका निर्माण सर सैमुअल स्विन्टन जैकब द्वारा किया गया था। इस भवन में कई न्यायिक कक्ष और सुविधाएं मौजूद हैं, जो न्यायिक कार्यों के सुचारू संचालन में सहायक हैं।

वर्तमान स्थिति (Current Status of Patna High Court)

आज पटना उच्च न्यायालय बिहार राज्य के न्यायिक मामलों का मुख्य केंद्र है। यह न्यायालय कई महत्वपूर्ण निर्णयों और आदेशों के लिए प्रसिद्ध है। इसके न्यायाधीश और कानूनी प्राधिकरण बिहार के नागरिकों को न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

पटना उच्च न्यायालय की स्थापना के बाद से, इसने अपने उत्कृष्ट न्यायिक कार्य और निष्पक्ष निर्णयों के माध्यम से एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है। यह न्यायालय न केवल बिहार के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक आदर्श उदाहरण है।


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