मुजफ्फरपुर: दलित नाबालिग हत्या का आरोपी संजय यादव गिरफ्तार, प्रेम-प्रसंग में हत्या का खुलासा
मुजफ्फरपुर: दलित नाबालिग लड़की हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रेम-प्रसंग का हुआ खुलासा
मुजफ्फरपुर, बिहार: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के पारू थाना क्षेत्र में दलित नाबालिग लड़की के हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में मुख्य आरोपी संजय यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथ ही तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिससे इस केस में नया मोड़ आ गया है।
गिरफ्तारी और केस की जांच:
पुलिस ने मुख्य आरोपी संजय यादव को अररिया जिले से पकड़ा। उसके साथ पकड़े गए तीन अन्य आरोपी भी उसी गाँव के रहने वाले हैं। गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने खुलासा किया कि इस हत्याकांड का कारण एक प्रेम-प्रसंग था, जिसके बारे में लड़की के पड़ोसियों को जानकारी मिल गई थी।
प्रेम-प्रसंग का खुलासा:
पड़ोसियों ने दोनों को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई और जब वे दोनों साथ थे, तो उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद लड़की के मोहल्ले के पांच युवकों में से पंकज पासवान चुन्नू पासवान, मुन्ना पासवान और संजय यादव के बीच बहस हुई। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि युवकों ने लोहे के रॉड और खुरपी से हमला कर दिया, जिससे लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई। इस हमले के बाद, संजय यादव ने अपनी संलिप्तता छुपाने के लिए लड़की की हत्या कर दी और शव को पानी से भरे चौर में फेंक दिया।
गिरफ्तारी के बाद हालात:
इस घटना के बाद, इलाके में तनाव बढ़ गया। बहुजन आर्मी के कार्यकर्ताओं ने संजय यादव के पड़ोस के घरों में तोड़फोड़ की। इस मामले को लेकर एसएसपी राकेश कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसने इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया। इसके अलावा, शनिवार को संजय यादव के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई भी की गई थी।
घटना का सामाजिक और कानूनी प्रभाव:
इस घटना ने पूरे इलाके में तनावपूर्ण माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस ने बड़ी संख्या में छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार किया और उन्हें सख्त सजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह मामला एक बार फिर से बिहार में महिलाओं और नाबालिगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है, और इसके सामाजिक प्रभावों का अध्ययन आवश्यक है।