बिहार में एनएचएम महिला स्वास्थ्य कर्मियों का विरोध: टीकाकरण और ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार
बिहार में एनएचएम महिला स्वास्थ्य कर्मियों का विरोध: टीकाकरण और ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार
बिहार के विभिन्न जिलों में एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) के तहत काम करने वाली महिला स्वास्थ्य कर्मियों, विशेष रूप से एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ), ने टीकाकरण और ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। उनकी प्रमुख मांग है कि सरकार द्वारा जारी किए गए “फेस अटेंडेंस” प्रणाली को वापस लिया जाए, जो उनके फील्डवर्क के संदर्भ में अनुचित है।
प्रदर्शन के प्रमुख बिंदु:
- कोल्ड चेन में ताला और नारेबाजी:
प्रदर्शनकारी महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने सुबह-सुबह कोल्ड चेन सेंटर में ताला जड़ दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यह ताला कोल्ड चेन में रखा गया, जो कि टीकों के भंडारण के लिए उपयोग होता है, जिससे टीकाकरण कार्यक्रम ठप हो गया। - फेस अटेंडेंस प्रणाली का विरोध:
एनएचएम कर्मियों का कहना है कि फेस अटेंडेंस प्रणाली, जिसे हाल ही में सरकार द्वारा लागू किया गया है, फील्डवर्क के लिए उपयुक्त नहीं है। उनका कार्य क्षेत्र में अधिक होता है, और इस प्रणाली का पालन करना उनके लिए असंभव है। - सरकार को संज्ञान लेने की चेतावनी:
एएनएम कर्मियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द संज्ञान नहीं लिया गया, तो वे पूरे बिहार में टीकाकरण और ओपीडी सेवाओं को बाधित करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
यह विरोध प्रदर्शन सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है कि एनएचएम कर्मियों की मांगों को अनसुना करना स्वास्थ्य सेवाओं को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। अब सरकार पर दबाव है कि वह जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालकर स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों पर विचार करे।
इस घटनाक्रम के चलते, बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, यदि जल्द ही कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया।