भारतीय औषधि से कुछ ही महीनों में मोटापा हृदय और मधुमेह जैसे बीमारियों से छुटकारा पाए
वैद्य के द्वारा प्रयोग किए जाने वाले चिकित्सा विधियाँ भारतीय चिकित्सा परंपरा का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और कई लोग उनका लाभ उठाते हैं। यह विधियाँ अक्सर पुराने ग्रंथों और परंपराओं से स्थापित होती हैं और जाति, क्षेत्र, और समुदाय के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकती हैं।
हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि चिकित्सा प्रदाताओं का उचित प्रशिक्षण हो, और वे सम्पूर्ण और सम्मानजनक चिकित्सा के मानकों का पालन करें। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ मिलान करके, पुरानी चिकित्सा विधियों को भी सुधारा और प्रभावी बनाया जा सकता है।
मोटापा, हृदय और मधुमेह के रोगियों के लिए विशेष दलिया।
अगर आप मोटापे, हृदय रोगो और मधुमेह जैसे भयंकर रोगो से ग्रस्त हैं तो ये विशेष दलिया आपको इन रोगो से मुक्ति दिलाने में विशेष सहयोगी हैं। नियमित इसको अपने खाने में शामिल करे और थोड़े दिनों में फर्क देखे।
आवश्यक सामग्री।
गेंहू 500 ग्राम
चावल 500 ग्राम।
बाजरा 500 ग्राम
साबुत मूंग 500 ग्राम
अजवायन 20 ग्राम
सफ़ेद तिल 50 ग्राम आप सब इसे ऑनलाइन भी ऑर्डर करके मंगवा सकते है। https://amzn.to/4b89Yrr
सबको मिला कर रख लीजिये। जब भी खाने का मन हो तो 50 ग्राम दलिये में 400 मि ली पानी मिला कर पकाये, स्वादनुसार सब्जिया व् हल्का नमक (सिर्फ सेंधा नमक) मिला ले। नियमित रूप से इस दलिये के सेवन करने से मधुमेह में आशातीत लाभ होता हैं। और मोटापे और हृदय रोगी तो इसको बे झिझक नियमित सेवन करे, इससे मोटापा भी कम होगा और हृदय रोगो में भी बहुत फायदा होगा।
विशेष –
मधुमेह रोगियों के लिए खीरा, करेला, व् टमाटर का रस सर्वश्रेष्ठ हैं।
मोटापा कब्ज कोलेस्ट्रोल चर्मरोग एवं कैंसर जैसे रोगो में गौमूत्र अर्क सर्वश्रेष्ठ हैं।