आर्युवेद इलाज ही नही प्राकृतिक व्यवस्था है,

हमारे देश में वर्षों पहले आर्युवेद का बहुत ही महत्व था मगर जिस तरह से समय का चक्र घूमता गया और विज्ञान ने अपनी पहुंच बनाई आर्युवेद काफी पीछे छुट गया मगर लोगों के बीच आज भी कही न कहीं आर्युवेद अपनी जगह बनाए हुए है जिसका नतीजा है आर्युवेद अब धीरे धीरे विकसित होता जा रहा है और लोगों को आर्युवेद से फायदा भी हुआ है बहुत सारे बीमारी ऐसे है जिसमे एलोपैथी ने जवाब दे दिया है मगर आर्युवेद ने अपना असर दिखाया है।1

‼️ नाज़ुक अंगो को घायल कर रहा आपका कठोर व्यवहार।♦️
1- आमाशय घायल होता है जब आप प्रातः काल अल्पाहार नही करते हैं।
2- किडनी घायल होती है जब आप 24 घण्टे में 10 गिलास पानी नही पीते
3- पित्ताशय घायल होता है जब आप रात्रि 11 बजे तक सोते नही है और सूर्योदय से पूर्व जागते नही हैं।
4- छोटी आंत घायल होती है जब आप ठंडा और बासी भोजन करते हैं।
5- बड़ी आंत घायल होती है जब आप बहुत तला भुना और मसालेदार भोजन करते हैं।
6- फेफड़े घायल होते हैं जब आप सिगरेट,और धुयें आदि से प्रदूषित वातावरण में सांस लेते हैं।
7- लिवर घायल होता है जब आप बहुत भारी जंक, फ़ास्ट फ़ूड खाते हैं।
8- हृदय घायल होता है जब आप अपने भोजन में अधिक नमक और केमिकल रिफाइंड तेल खाते हैं।
9- अग्न्याशय घायल होता है जब आप मीठी चीजे ज्यादा मात्रा में खाते हैं क्योंकि वो स्वादिष्ट और सहज उपलब्ध हैं।
10- आँखें घायल होती हैं जब आप कम प्रकाश में मोबाईल और कम्प्यूटर स्क्रीन पर काम करते हैं।
11- मस्तिष्क घायल होता है जब आप नकारात्मक सोचने लगते हैं।
12- आत्मा- घायल होती है जब आप नैतिकता के विरुद्ध कार्य करते हैं।
👉आप सभी अंगो को अच्छी तरह से देखभाल कर अपने को स्वस्थ रखिये।
हम अपनी आनेवाली पीढ़ी पर मनन करे व दुसरो कोभी बताए।

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