50 बड़े स्कूलों को एक साथ बम से उड़ाने की धमकी, सभी स्कूलों को खाली कर तलाशी जारी
New Delhi संवाददाता
दिल्ली नोएडा के 50 बड़े बड़े स्कूलों में साढ़े 4:00 बजे के आस पास ये एक साथ ये मेल भेजा गया। कई स्कूलों को सी सी और आगे कॅन्टेंट में बी सी सी में ऐड किया गया था क्योंकि कॅन्टेंट एक ही था। इन सारे स्कूलों को की स्कूल के अंदर कई एक्स्क्लूसिव हमने सेट कर दिए है। अब जब इस तरीके का इस कोई भी मैसेज देखेगा स्कूल में तो ज़ाहिर तौर पर घबराना लाजमी था और उसके बाद जानकारी दी गई। उसके बाद डॉग स्क्वायड की टीम यहाँ पर बम स्क्वाड की टीम पहुंचती है और जांच परताल सुरू कर देती है पर छानबीन सुबह से ही जारी थी। 7:00 बजे के आसपास ये पूरी टीम यहाँ पर पहुँच गई थी। एक एक कोना स्कूल का अच्छी तरीके से खंगाला गया। बाहर भी पुलिस इसीलिए कोई भी गाड़ी जो हैं वो आसपास पार्क नहीं करने दी गयी थी और यहाँ पर अब पुलिस बाहर के इलाके को भी अच्छी तरीके से खंगाल रही हैं।तो पूरी तरीके से जो पुलिस प्रशासन है वो निश्चिंत हो जाना चाहता है। उन हिस्सों को अच्छी तरीके से कंगाल रहे है जो स्कूल के बाहर का इलाका है, जहाँ पर थोड़े से भी पौधे या पेड़ लगे हुए है। यहाँ जहाँ कुछ भी छिपाया जा सकता है तो उन सभी जगहों को अच्छी तरीके से खंगाला जा सकता है। तो इस पूरे रोड पर आपको हम बता दें की किसी भी अनजान गाड़ी को पुलिस ने नहीं रुकने दिया। आप जो भी गाड़ियां यहाँ पर देख रही है तो पुलिस की इमरजेंसी व्हीकल है या पुलिस के लोगों की जो गाड़ियां है वो यहाँ पर मौजूद है और दूसरी तरफ क्योंकि जब मेल सारे पहुंचते है और एक बार द्वारका डिस्ट्रिक्ट डिस्ट्रिक्ट, फिर नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट, साउथ साउथ वेस्ट तो तमाम जो आला अधिकारी है वो आपस में बातचीत करते हो और आपस में बातचीत करने के बाद एक इन्वेस्टिगेशन शुरू की जाती है।
उस ईमेल को ट्रैक करने की की आखिर ये किसने और किस इरादे से ये मेल भेजी है? साइबर यूनिट जो दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की इप्तो यूनिट है उसको जानकारी दी जाती है जिसका हेड क्वार्टर यही द्वारका में है यहाँ से महज तीन से चार किलोमीटर दूर इप्त यूनिट है जहाँ पर इन सभी मेलों को ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है और उस सक्स तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।जिसने एक साथ सुबह ये मेल भेजा है तो क्योंकि अब तक कुछ भी नहीं मिला है और इसी बात की उम्मीद भी है कि आगे भी कुछ नहीं मिलेगा। तो आखिर क्या चाहता था किस उद्देश्य से उसने इस तरीके के मेल एक पैनिक फैलाने के लिए ये मेल किया? ये पुलिस जानने के लिए उस आरोपी तक पहुंचना चाहती है। इस स्कूल में की स्कूल ने सुबह ही मेल देख लिया तो पेरेंट्स को पहले ही जानकारी मिल गई। ज्यादातर पेरेंट्स से जब हमने बात की तो उनका कहना था कि छह 6.25 साढ़े 6:00 बजे उनको स्कूल की तरफ से मैसेज आ गया था और इस वजह से बच्चे को स्कूल लाने की जरूरत नहीं पड़ी तो यहाँ पर वो पैनिक की सिचुएशन यहाँ पर बच्चों को आकर के जाने की नौबत नहीं आई। ज्यादातर बच्चे जो है वो स्कूल पहुंचे। इसके पहले उनके पेरेंट्स को जानकारी दे दी गई थी।